रविवार, 21 दिसंबर 2014

यूरिक एसिड बढ़ने पर आजमाए .....!

*यूरिक एसिड, प्यूरिन के टूटने से बनता है जो खून के माध्यम से
बहता हुआ किडनी तक पहुंचता है। यूरिक एसिड, शरीर से बाहर,
पेशाब के रूप में निकल जाता है। लेकिन, कभी - कभार यूरीक
एसिड शरीर में ही रह जाता है और इसकी मात्रा बढ़ने लगती है।
ऐसा होना शरीर के लिए घातक होता है।
यूरिक एसिड के असंतुलन से ही गठिया जैसी समस्याएं
हो जाती है। उच्च यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित
करना अति आवश्यक होता है। नियंत्रण के लिए यूरिक एसिड़
बढ़ने के कारण को जानना आवश्यक है। अगर आपको यह
समस्या आनुवांशिक है तो इसे बैलेंस किया जा सकता है लेकिन
अगर शरीर में किसी प्रकार की दिक्कत है जैसे -
किडनी का सही तरीके से काम न
करना आदि तो डॉक्टरी सलाह लें और दवाईयों का सेवन करें।
शरीर में हाई यूरिक एसिड का अर्थ होता है कि आप
जो भी भोजन ग्रहण करते है उसमें प्यूरिन की मात्रा में कमी है
जो शरीर में प्यूरिन की बॉन्डिंग को तोड़ देती है और यूरिक
एसिड बढ़ जाता है। यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के कुछ
टिप्स निम्म प्रकार हैं...
*अगर शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा लगातार बढ़ती है
तो आपको भरपूर फाइबर वाले फूड खाने चाहिए। दलिया,
पालक, ब्रोकली आदि के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड
की मात्रा नियंत्रित हो जाती है..
*जैतून के तेल में बना हुआ भोजन, शरीर के लिए लाभदायक
होता है। इसमें विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है जो खाने
को पोषक तत्वों से भरपूर बनाता है और यूरिक एसिड को कम
करता है। आश्चर्य की बात है, लेकिन यह सच है।
*बेकरी के फूड स्वाद में लाजबाव होते है लेकिन इसमें सुगर
की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसके अलावा, इनके सेवन से
शरीर में यूरिक एसिड़ भी बढ़ जाता है। अगर यूरिक एसिड कम
करना है तो पेस्ट्री और केक खाना बंद कर दें।
*पानी की भरपूर मात्रा से शरीर के कई विकार आसानी से दूर
हो जाते है। दिन में कम से कम दो से तीन लीटर पानी का सेवन
करें। पानी की पर्याप्त मात्रा से शरीर का यूरिक एसिड
पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाएगा। थोड़ी - थोड़ी देर में
पानी को जरूर पीते रहें।
*चेरी में एंटी - इंफ्लामेट्री प्रॉपर्टी होती है जो यूरिक
एसिड को मात्रा को बॉडी में नियंत्रित करती है। हर दिन
10 से 40 चेरी का सेवन करने से शरीर में उच्च यूरिक एसिड
की मात्रा नियंत्रित रहती है, लेकिन एक साथ सभी चेरी न
खाएं बल्कि थोड़ी - थोड़ी देर में खाएं।
*हर दिन ली जाने खुराक में कम से कम 500 ग्राम विटामिन
सी जरूर लें। विटामिन सी, हाई यूरिक एसिड को कम करने में
सहायक होता है और यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते निकलने
में भी मदद करता है। यकृत की शुद्धि के लिए नींबू अक्सीर है।
नींबू का साईट्रिक ऐसिड भी यूरिक एसिड का नाश
करता है।
*शरीर में uric acid की मात्रा बढने पर इसे कम करना आसान
नहीं होता । लेकिन शतावर (asparagus) की जड़ का चूर्ण 2-3
ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन दूध या पानी के साथ
लिया जाए , तो uric acid घटना प्रारम्भ हो जाता है और
शरीर की कमजोरी भी दूर होती है ।
*गाजर और चुकन्दर का जूस भी पीते रहें इससे और भी जल्दी लाभ
होगा ।

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