शनिवार, 20 दिसंबर 2014

चम्पा --------

- चम्पा के पेड़ बड़े सुन्दर लगते है. यह गमले में भी बहुत
अच्छा लगता है.
- चम्पा शीतल प्रकृति का और ह्रदय के लिए
लाभकारी होता है.इसे सूंघने से दिल और दिमाग
शक्ति शाली बनता है.
- चम्पा भूख को रोकता है.
- हाथ-पैरों पर चम्पा के फूलों का तेल बनाकर मालिश करने से
ऐंठन वाला दर्द ठीक हो जाता है।
- चम्पा के फूलों को तिल के तेल में पीसकर सिर पर बांध लें और
पलकों पर लेप करें। इससे आंखों का दर्द दूर हो जाता है।
- चम्पा के फूलों को पीसकर पानी या निम्बू के रस के साथ
लगाने से चेहरा दाग धब्बे रहित और चमकदार हो जाता है.
- चम्पा के फूलों को पीसकर शरीर में लेप करने से जलन में आराम
मिलता है.
- 10 मिलीलीटर चम्पा के पत्तों का रस लेकर 20 ग्राम शहद के
साथ मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से पेट के दर्द में लाभ
होता है।
- चम्पा की जड़ का काढ़ा बनाकर पीने से दस्त आकर कब्ज
की शिकायत मिट जाती है।
- पैर के दाद पर चम्पा के फूलों को पीसकर लगाने से लाभ
होता है।
- चम्पा की जड़ की छाल को दही में पीसकर फोड़ों पर लगाने से
उनकी सूजन ठीक हो जाती है।
- चम्पा के फूलों को पीसकर प्राप्त हुए रस को निकालकर 3
मिलीलीटर की मात्रा में लेकर शहद के साथ चाटने से आंतों के
कीड़े समाप्त हो जाते हैं।
- चम्पा के 20 मिलीलीटर ताजे पत्तों के रस को पीने से पेट के
कीड़े मर जाते हैं और पेट के दर्द में लाभ होता है।
- चम्पा के फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से आमाशय का घाव एवं
दर्द ठीक हो जाता है।
- 3 ग्राम चम्पा की छाल के चूर्ण को दिन में 2 बार पानी के
साथ खाने से दूषित रक्त (खून की खराबी) साफ हो जाता है।
- गठिया के रोगी को चम्पा के फूलों से बने हुए तेल से मालिश
करने से लाभ मिलता है।
- चम्पा की जड़ का चूर्ण 600 मिलीग्राम से 1.80 ग्राम
की मात्रा में सुबह-शाम देने से रुकी हुई
माहवारी जारी हो जाती है।
- शरीर की शक्ति को बढ़ाने के लिए चम्पा के फूलों का चूर्ण
बनाकर इस चूर्ण में शहद मिलाकर खाने से शरीर शक्तिशाली बन
जाता है।

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